practice cricket balls : क्रिकेट के अभ्यास में काम आने वाली सबसे बढ़िया गेदों के प्रकार and दुनिया में क्रिकेट गेंदों के 3 मुख्य निर्माता हैं
दुनिया भर में फुटबॉल प्रेमी सबसे ज्यादा बताए जाते हैं } परंतु भारत में क्रिकेट का चलन शुरू से ही सब खेलों में सबसे ज्यादा है हालांकि भारत का अंतरराष्ट्रीय खेल हॉकी होते हुए भी सबसे ज्यादा फैंस फॉलोइंग क्रिकेट प्रेमियों की ही है |
आइए दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं क्रिकेट में प्रैक्टिस करने के लिए कौन सी गेंद का इस्तेमाल किया जाता है और अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मैचों में कौन सी गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है |
जो भी खिलाड़ी क्रिकेट में रुचि रखता है उसको सबसे पहले यह जानना जरूरी होता है कि
प्रैक्टिस के लिए मुझे कौनसी गेंद का इस्तेमाल करना चाहिए जो मेरे आगे की कैरियर के लिए सही साबित हो सके ?
दोस्तों अलग-अलग क्रिकेट एक्सपर्ट अलग-अलग प्रकार की बोलो की सलाह देते हैं पर यह डिपेंड करता है कि आप कहां पर और किस लेवल की तैयारी को लेकर प्रैक्टिस कर रहे हैं | आज के इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको क्रिकेट में अभ्यास करने के लिए पांच प्रकार की गेंदों के बारे में बात करेंगे |
दुनिया में क्रिकेट गेंदों के 3 मुख्य निर्माता हैं:
A. कूकाबुरा (Kookaburra)
B. ड्यूक (Duke)
C. एसजी (SG)
गेंद के माप तौल के बारे में (international cricket ball size and weight)
दोस्तों आपको इस बात का पता होना चाहिए कि महिला और पुरुष दोनों ही क्रिकेट फॉर्मेट में गेंद अलग-अलग होता है पुरुष खिलाड़ियों में गेंद का वजन लगभग 150 से 165 वजनी ग्राम के बीच गेंद का उपयोग होता है और इसकी परिधि लगभग 22 सेंटीमीटर से 23 सेंटीमीटर के बीच होती है यह साइज किसी भी नॉर्मल हाथ वाले बॉलर में सही से grip बना सकती है | चोट कम लगने की संभावना और फील्डिंग करने में आसानी रहती है |
दुनिया में क्रिकेट गेंदों के 3 मुख्य निर्माता हैं:
- कूकाबुरा (Kookaburra)
- ड्यूक (Duke)
- एसजी (SG)
कूकाबुरा (Kookaburra)
कुकर बुरा की कंपनी 1890 में इसका उद्घाटन हुआ था | उसके बाद से लगातार 128 वर्षों से यह गेम और क्रिकेट के अन्य सामान बनाकर दुनिया भर में अपना नाम प्रचलित कर दिया है | इस कंपनी की गेंद लाल कलर की होती है | और यह है ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में बनाई जाती है |
इसकी बोल से ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफलतम कप्तान रिकी पोंटिंग प्रैक्टिस किया करते थे | इस बॉल पर SIme kam aane से ज्यादा देर तक मैच में स्विमिंग कराने में बॉलर के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है |
ड्यूक (Duke)
ड्यूक हस्तनिर्मित यह बोल का इस्तेमाल वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के क्रिकेट मैचों में किया जाता है | यह बोल 50 से 60 Overs तक अच्छे काम कर सकती हैं | और बोल में स्विंग और तेज उठाने वाली होती है | जितनी इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के पीछे पर बहुत ही ज्यादा सूटेबल मानी जाती है क्योंकि वहां के प्लेयर ज्यादातर लंबे होते हैं तो उनके लिए उछाल वाली गेंद ज्यादा फायदेमंद होती है |
एसजी (SG)
SC बोल जो कि आजकल इतिहास की सबसे प्रसिद्ध लीक इंडियन प्रीमियर लीग में भी काम में ली जाने वाली बोल है | ऐसी बोल को बीसीसीआई ने 1993 मंजूरी दी थी उसके बाद से लगातार इस फोन का उपयोग भारत के ही नहीं अपितु विश्व भर के क्रिकेट मैचों में किया जा रहा है | यह दो अलग-अलग भागों में होती है फिर किसकी सिलाई करके इसको बनाई जाती है और यह मोटा कैसे सिलाई करके बनाई जाती है गेंद में सिम kam aane or बॉल का उपयोग 50overs tak किया जा सकता है |
Type of Ball (क्रिकेट बॉल प्रकार)
सिंथेटिक क्रिकेट बॉल
यदि कोई बच्चा क्रिकेट में रुचि रखता है तो सबसे पहला विकल्प सिंथेटिक क्रिकेट बॉल का किया जाता है | सिंथेटिक क्रिकेट बॉल क्रिकेट बॉल हल्की होने के साथ-साथ यह एक प्लास्टिक और रबड़ की दोनों का मिश्रण होती है | इसमें chot कम से कम लगने की संभावना होती है | इसलिए नए प्लेयर जो क्रिकेट में रुचि रखते हैं और बोली में खासतौर से अपनी आगे कैरियर बनाना चाहते हैं उसके लिए सिंथेटिक बोल शुरुआती करने के लिए सबसे बढ़िया विकल्प साबित हो सकता है | यह बोल लाल कलर की होती है परंतु आजकल वाइट कलर और अन्य कलर भी मार्केट में विकल्प मौजूद है | आप अपनी सुविधा के अनुसार यह बोल ले सकते हैं सिंथेटिक और आमतौर पर 10 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों के लिए बढ़िया विकल्प होता है |
रबर बॉल
नंबर दो पर आता है रब्बर बोल रबर बॉल अपनी गली क्रिकेट तो अकेला ही होगा जहां पर सबसे ज्यादा यूज में ली जाती है यह एक आम तौर पर 8 से 15 वर्ष की आयु के बच्चे जो प्रशिक्षण हेतु इस बोल को काम में ले सकते हैं इस बोल सिंथेटिक बोल कि थोड़े तुलना मजबूत होती है परंतु यह लंबे समय तक चलने वाली थोड़ी टिकाऊ बोर होती है और सिंथेटिक बोल की तुलना में थोड़ी ठोस भी होती है इससे प्रैक्टिस अच्छे से की जा सकती है हाथ में ग्रुप और सेविंग कराने की प्रैक्टिस भी की जा सकती है
कॉर्क बॉल
इस प्रकार की बॉल कॉर्क बॉल से बनाई जाती है | इसका उपयोग मात्र अभ्यास के लिए किया जाता है असली में मैच खेलने के लिए इसका उपयोग नहीं किया जा सकता क्योंकि यह बल्लेबाजी के लिए ज्यादा बेहतर विकल्प साबित हो सकता है इस बॉल में स्विंग और उछाल कम होने की वजह से चोट लगने की डर की वजह से बल्लेबाज इसकी इससे प्रैक्टिस कर सकता है | यह BAll दोनों तरफ से सिली हुई प्रतीत होती है पर ऐसा नहीं यह तो एक लेदर की बॉल जैसी जोड़ी में बोलना महा करती होती है |
टेनिस बॉल
टेनिस बॉल का उपयोग गली क्रिकेट में किया जाता है यह काफी मजबूत होती है | और तेज उठाने वाली बॉल होने के कारण इससे बल्लेबाज के लिए ज्यादा बढ़िया रहती है | यह गांव मोहल्ला और गली क्रिकेट में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली बॉल में से एक है |
List of all types of balls in cricket
S.N | Level | Types | Classifications |
1 | Balls for GULLY CRICKET | Sponge Ball | |
Plastic Ball | |||
Rubber Ball | |||
Tennis Ball | |||
2 | Training Level | Synthetic Cricket Balls | Buy From Amazon |
Hockey Ball | Buy From Amazon | ||
Cork Ball | Buy From Amazon | ||
3 | International Level | Red Leather Balls | Kookaburra |
Dukes | |||
White Leather Ball | SG (Buy form Amazon) | ||
Pink Leather Ball |